इंग्लैंड ने भारत को हराने के लिए रचा मास्टर प्लान, पूर्व कीवी दिग्गज टिम साउदी को कोचिंग स्टाफ में किया शामिल

नई दिल्ली: जैसे ही आईपीएल 2025 का समापन होगा, भारतीय क्रिकेट टीम एक और चुनौतीपूर्ण मिशन के लिए तैयार हो जाएगी। 20 जून से भारत और इंग्लैंड के बीच पांच मैचों की बहुप्रतीक्षित टेस्ट सीरीज का आगाज़ होने जा रहा है। इस हाई-वोल्टेज मुकाबले की तैयारियों में दोनों टीमें जुट चुकी हैं, लेकिन इंग्लैंड ने एक ऐसा रणनीतिक कदम उठाया है, जिसने भारतीय थिंक टैंक को चौंका दिया है।

टिम साउदी

इंग्लैंड के कोचिंग सेटअप में टिम साउदी की एंट्री

इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ECB) ने न्यूजीलैंड के अनुभवी तेज़ गेंदबाज़ टिम साउदी को ‘स्पेशलिस्ट स्किल कंसल्टेंट’ के रूप में अपने कोचिंग स्टाफ में शामिल किया है। टिम साउदी ट्रेंट ब्रिज में जिम्बाब्वे के खिलाफ खेले जाने वाले टेस्ट से पहले टीम से जुड़ेंगे और भारत के खिलाफ पूरी सीरीज में टीम के साथ रहेंगे। इस कदम का उद्देश्य इंग्लैंड के गेंदबाज़ी डिपार्टमेंट को अतिरिक्त धार देना है, खासकर भारतीय परिस्थितियों में जहां गति और नियंत्रण दोनों की अहम भूमिका रहती है।

न्यूजीलैंड और इंग्लैंड का गहरा कोचिंग कनेक्शन

टिम साउदी की नियुक्ति से पहले भी इंग्लैंड के कोचिंग सेटअप में न्यूजीलैंड की मजबूत मौजूदगी रही है।

  • ब्रेंडन मैकुलम, न्यूजीलैंड के पूर्व कप्तान, फिलहाल इंग्लैंड टेस्ट टीम के हेड कोच हैं।

  • जीतन पटेल, पूर्व कीवी स्पिनर, टीम के स्पिन गेंदबाज़ी कोच हैं।

अब टिम साउदी की एंट्री से इंग्लिश बॉलिंग यूनिट को विविधता, अनुभव और रणनीतिक लाभ मिलने की उम्मीद की जा रही है।

टिम साउदी: अनुभव का खजाना

दिसंबर 2024 में टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने वाले टिम साउदी ने अपने करियर में कई बड़े मुकाम हासिल किए हैं:

  • 391 टेस्ट विकेट, जो न्यूजीलैंड के लिए सर रिचर्ड हैडली के बाद दूसरा सर्वोच्च आंकड़ा है।

  • कुल 394 अंतरराष्ट्रीय मैचों में 776 विकेट, जो तीनों फॉर्मेट में न्यूजीलैंड के लिए सर्वाधिक हैं।

साउदी का यह विशाल अनुभव खासतौर पर युवा तेज़ गेंदबाज़ों के लिए बेहद उपयोगी होगा, जिससे इंग्लैंड को भारत में तेज़ गेंदबाज़ी के मोर्चे पर बेहतर प्रदर्शन करने की प्रेरणा मिलेगी।

भारत के लिए वापसी का सुनहरा मौका

पिछली बार जब भारत ने इंग्लैंड का दौरा किया था, तब टेस्ट सीरीज 2-2 की बराबरी पर छूटी थी। लेकिन इस बार मुकाबला भारतीय सरज़मीं पर होगा, जहां घरेलू परिस्थितियों का फायदा भारत को मिल सकता है। हालांकि, हाल के प्रदर्शन को देखें तो भारत को अपनी रणनीति में कई सुधार करने होंगे:

  • भारत ने अपनी पिछली टेस्ट सीरीज ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 1-3 से गंवाई।

  • उससे पहले न्यूजीलैंड ने भारत को उन्हीं के घर में 3-0 से हराया।

इस स्थिति में कप्तान रोहित शर्मा के नेतृत्व में टीम इंडिया पर वापसी का दबाव साफ दिखाई दे रहा है। यह सीरीज सिर्फ दो टीमों के बीच नहीं, बल्कि क्रिकेट की दो अलग-अलग परंपराओं के बीच टकराव होगी – इंग्लैंड की आक्रामक ‘बाज़बॉल’ शैली बनाम भारत की तकनीकी और रणनीतिक पकड़।

निष्कर्ष

इंग्लैंड का यह मास्टर प्लान दर्शाता है कि वे भारत दौरे को कितनी गंभीरता से ले रहे हैं। टिम साउदी जैसे अनुभवी खिलाड़ी को कोचिंग स्टाफ में शामिल करना न केवल गेंदबाज़ी विभाग को मजबूती देगा, बल्कि टीम के मानसिक और रणनीतिक दृष्टिकोण को भी नई दिशा देगा। भारत के लिए यह एक बड़ा इम्तिहान है – न केवल खुद को फिर से स्थापित करने का, बल्कि घरेलू दर्शकों के सामने अपना वर्चस्व दोहराने का भी।